-जेकेके महानिदेशक श्रीमती किरण सोनी गुप्ता ने ली केंद्र की समीक्षा बैठक
-दिव्यांग, शिशु गृह तथा स्लम एरिया के बच्चों के लिए कार्यशालाओं में निशुल्क प्रवेश
जयपुर, 3 दिसम्बर। जवाहर कला केंद्र की महानिदेशक श्रीमती किरण सोनी गुप्ता ने कहा कि कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देना केंद्र का ध्येय है। उन्होंने केंद्र के अधिकारियों और कर्मचारियों को पूरी मुस्तैदी से इस उद्देश्य की पूर्ति में जुटने के निर्देश दिए।
उन्होंने मंगलवार को जेकेके के कार्यक्रमों और गतिविधियों की समीक्षा करते हुए विभिन्न कलाओं के साथ ही भारतीय पर्वों, विशेष दिवसों और महापुरुषों से जुड़े कार्यक्रमों के आयोजन पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि विभिन्न कार्यक्रमों और कार्यशालाओं के जरिए बच्चों और युवाओं तक हमारे देश-प्रदेश की कला और संस्कृति की जानकारी पहुंचाई जाए। तभी इसे अक्षुण्ण रखा जा सकेगा। इसी उद्देश्य को लेकर जेकेके की कार्यशालाओं में दिव्यांग, शिशु गृह और स्लम एरिया के बच्चों को निशुल्क प्रवेश दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कार्यशालाओं के माध्यम से बच्चों और युवाओं के कौशल विकास पर भी ध्यान देना आवश्यक है। ऐसा करके हम कला-संस्कृति के प्रचार के साथ ही इस दिशा में किए जा रहे सरकार के प्रयासों में भी महती भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने बताया कि इसी के तहत इस माह 6 से 8, 17 से 19 और 26 से 30 दिसम्बर तक कैलीग्राफी की तथा 13 से 17 दिसम्बर तक पपरमेशी की वर्कशॉप रखी गई है।
महानिदेशक ने इस माह केंद्र की ओर से आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों का जायजा लेते हुए सम्बंधित को इनकी सफलता को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दिए। साथ ही, जनवरी से मार्च 2020 के कार्यक्रमों की योजना पर भी चर्चा की।
बैठक में अतिरिक्त महानिदेशक (प्रशासन) ललित भगत भी मौजूद थे।