नई पीढ़ी के ये तेवर नया इतिहास लिखेंगे
अंधेरों की कलम से रोशनी की आस लिखेंगे
माही संदेश। जयपुर 16 अक्टूबर।
शरद पूर्णिमा की रात बादलों की ओट से चांद की शीतल फुहार काव्य धारा से मिली तो सृजन की अविरल धारा बह निकली।
प्रोग्रेसिव राइटर क्लब की ओर से आयोजित गीत चांदनी और तारा प्रकाश जोशी सम्मान समारोह में देश के कवि गणों ने अपने काव्य पाठ से लोगों को आनंदित किया
गीत चांदनी कार्यक्रम में गाजियाबाद से पधारे कवि बृजेश भट्ट ने छिल-छिल काधे गए पांव का निकला जैसे श्री राम चलते-चलते मिली जिंदगी कावर लिए हुए शंखनी गागर लिए हुए कविता के पाठ कर सभी को रस की धारा में डुबो दिया । इसके बाद लक्ष्मीपुर खीरी से कवि ज्ञान प्रकाश अकाल ने हम किसी बहरे समय में बांसुरी की तान जैसे, हम किसी बंजर धरा पर उग रहे थे धान जैसे कविता सुनकर गीत चांदनी कार्यक्रम को आगे बढ़ाया । दौसा की सपना सोनी ने मेरे मन की धरा पर मधुर भाव से चित्र अपना सलोना बना दीजिए जितनी गजलें कही हैं मेरे दोस्तों उनके कुछ शेर तो गुनगुना दीजिए और औरैया से पधारी इति शिवहरे ने कुंडली तो मिल गई है मन नहीं मिलता पुरोहित क्या सफल परिणय रहेगा कविता सुनाई तो श्रोता अपनी तालिया को नहीं रोक सके ।
चूरू के कवि बनवारी लाल खामोश ने जोशीले अंदाज में अपनी कविता अपने आंगन कब आया कोई त्यौहार ही दिन सौदे बाजी करने आते हैं व्यापारी दिन और नागौर के धनराज दाधीच ने अपनी कविता बंटवारे को कर लिया कुछ ऐसे आसन हमने आंसू रख लिए उनको दी मुस्कान चित्तौड़ से पधारे और गीत चांदनी का संचालन कर रहे कवि रमेश शर्मा ने पत्ते झड़ने लगे बूढ़ा बरकत हुआ बस गई उम्र का आकलन रह गया मेरे गीतों पर जो तुम बाधी कभी जिल्द वह फट गई संकलन रह गया सुनाकर गीत चांदनी कार्यक्रम को ऊंचाइयां थी ।
इस अवसर पर विधायक गोपाल शर्मा, राधा मोहन चतुर्वेदी और आरएएस अधिकारी पंकज ओझा ने लखीमपुर खीरी के ज्ञान प्रकाश आकुल को दुशाला साफा स्मृति चिन्ह अभिनंदन पत्र माला और ₹21000 नगद प्रदान कर तारा प्रकाश जोशी सम्मान से सम्मानित किया ।
गीत चांदनी के संस्थापक विशंभर मोदी का प्रोग्रेसिव राइटर क्लब की ओर से कार्यक्रम आयोजक शायर और कवि लोकेंद्र कुमार साहिल और संस्था पदाधिकारी ने स्मृति सिन्हा शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर कवि साहित्यकार और बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित थे ।