हर लक्ष्य को साध कर समीक्षा कहती विजय से जीवन पूरा है ऊँची चोटी को प्राप्त कर अपेक्षा कहती जीवन अभी अधूरा है ! हर एक मंज़िल से आगे महत्वाकांक्षा की लंबी उड़ान भी है कहीं मैं ग... Read more
कविता “ क्यों नाहक मग़रूर हुआ “ साँझ की गोद में सूरज बैठा, सोचने को मजबूर हुआ । सारा दिन बेकार जला , आख़िर मैं किसका नूर हुआ।। अरे दूर गगन के पंछी, क्यूँ तूँ पाँख सिकोड़े बैठा है। ज़मीं ना... Read more
वक्त के साथ वो गलियां, वो दरवाज़े बदल जाते हैं | कहाँ ढूँढे कोई , यादों के घरों को, यह तो चेहरे -दर-चेहरे वक्त के साथ बदल जाते हैं| हर एक का, हर एक से, निश्चित है समय | बीते व... Read more
कोरोना कोविड-नाइंटीन अब कोरोना को हराना है नष्ट करना है समूल । ग्रहण कर संकल्प संयम सावधानी का त्रिशूल ।। सप्रेम अभिवादन करो नित युगल कर को जोड़ कर करो नमस्ते मुस्कुरा कर हाथ मिलाना छोड़कर ग... Read more
ऐ मालिक! आज तेरी दुनिया लाचार खड़ी सोच समझ सब बेकार पड़ी! गाड़ी मोटर रुकी सब दुनिया बंदपड़ी जिंदगी जहाँ तहाँ वहीं रुक पड़ी! ऐ मालिक! तेरे रूप रंग से मानव ने खिलवाड़ किया! उसके अहंकार को ए तूने बह... Read more
मुलाक़ात अचानक तुम आ जाओ इतनी गाड़ीयां चलतीं हैं इस देश में.. कहीं से भी आ सकतें हो मेरे पास… कुछ दिन रहेंगे साथ इस घर में तुम्हें देखने की सुनने की इच्छा है गहरी… कुछ दिन रहना ज... Read more
“मजदूर का बोझ” अच्छा सुनो…! बोझ उठाए हुए मजदूर को देखा है..! आधे शरीर से झुक जाता है.. खुद से कई गुना अधिक होता है, पीठ पर लदी बोरी का वजन। पर ये भार तो बस वो भार है, जो सं... Read more
बरतो एहतियात मत निकलना घर से बाहर देश-विदेश हैं खतरे में। बरतो एहतियात हरपल […] Read more
आप सभी को हनुमान जयंती की बधाई व शुभकामनाएं…. 🙏🏻 राधे गोविन्द🙏🏻 आज हनुमान जयंती के पावन पर्व पर आपको राष्ट्र भाषा हिंदी में स्वरचित हनुमान जी की प्रार्थना भेंट कर रहा हूँ… प्रतिद... Read more
वर्धमान से महावीर बचपन बीता राज महल में पलकर बने फकीर कठिन तपस्या करके जिसने बदली अपनी तकदीर। सभी इंद्रियों को वश में करके पाया जिसने केवल ज्ञान जीव मात्र की रक्षा हित ही... Read more
संकट के समय एक आम आदमी की पीड़ा और महामारी से लड़ने के हौसलों पर एक कविता ……. ——————————————... Read more
भरे पेट की भाषा और ख़ाली पेट की भाषा में बहुत फ़र्क होता है। ख़ाली पेट मरने वाला व्यक्ति मौत से नहीं डरता। ऐसे ही लोगों को जब सड़को पर अपने घर गांव के लिए सफ़र करते हुए देखा तो रहा नहीं गया। मैं... Read more
*कोरोना को दूर करोना* एक-दूसरे के संपर्क में आने से डरो ना। सब में स्वच्छता का संदेश भरो ना।।1 हाथ ना मिलाने के बजाय नमस्ते करो ना । स्वयं ही खुद और अपनों का ध्यान धरो ना।।2 भ्रम -भ्रांति को... Read more
आज के हालात पर एक ग़ज़ल : ************************* खौफ़ कोरोना का ऐसा छा रहा है आदमी से आदमी घबरा रहा है कुछ तो हैं हालात भी बिगड़े हुए से और कुछ ये मीडिया भरमा रहा है सारी दुनिया पर कहर कु... Read more
शिवजी ने सृष्टि के निर्माण कि ख़ातिर अर्दधनारेश्वर रूप लिया… स्त्री के रूप में शिवा ने संसार की उत्पत्ति का भार लिया… कई रिश्तों में बाँधा है उसने अपने वजूद को…. बहन, बेटी,... Read more
नारी जो तुम्हें बयां कर सके नारी वो शब्द कहा से लाऊ जो तेरी परिभाषा को एक शब्द में पीरों सके वो शब्द कहा से लाऊ तुम्हें सृष्टि कहूं में या कहूं जीवन का आधार तुम्हें समर्पण कहूं या कहूं मेरी... Read more
प्रेम प्रेम एक प्यारा सा शब्द प्यारा सा एक बंधन प्रेम से झितिज पर मिलन अवनि और अंबर का प्रेम संगम हर प्राणी की सांसो मे बसता है प्रेम प्रकृति के कण कण से बरसता है प्रेम मानव मन की अलग ही है... Read more
जीवन एक पतंग रे भैया जीवन एक पतंग रे भैया जीवन एक पतंग साँसों की डोरी को थामे उड़े हवा के संग रे भैया जीवन एक पतंग । काग़ज़ का बाना है इसका सरकंडो का ताना धड़कन की लेई से बनता दैहिक रूप सुहाना ब... Read more
माँ —— सूरज उगता है पर धूप नहीं दिखती चाँद निकलता है पर चांदनी नहीं छिटकती रात दिन एक सा लगता है हर उस पल में जिसमें माँ तू नहीं दिखती तुम्हारी प्यारी लोरियों में आज निशा है गुन... Read more