शनिवार को ‘थियेटर’ सेशन का संचालन करेंगे डॉ. सईद आलम
नाट्य प्रेमियों ने थियेटर में वॉयस मॉड्यूलेशन और डिक्शन का महत्त्व समझा
जयपुर, 29 मई। जवाहर कला केंद्र (जेकेके) के ‘ऑनलाइन लर्निंग – चिल्ड्रन्स समर फेस्टिवल’ के 12वें दिन शुक्रवार को ऑनलाइन लर्निंग सेशन के तहत ‘थियेटर’ सेशन का संचालन थियेटर कलाकार काजल सूरी ने किया। इस सेशन के दौरान थियेटर में वॉयस मॉड्यूलेशन और डिक्शन का महत्त्व समझाया गया। कलाकार ने मंच पर परफॉर्मेंस के दौरान अभिनेता को संवाद डिलीवर करने के लिए जिन गुणों को अपनाने की आवश्यकता होती है, उन पर प्रकाश डाला।
सेशन की शुरूआत में प्रतिभागियों को थियेटर में वॉयस मॉड्यूलेशन और स्पीच का महत्त्व बताया गया। कलाकार ने कुछ वॉयस एक्सरसाइज का प्रदर्शन किया जिसे आमतौर पर थियेटर कलाकार अपनी आवाज को सुधारने और वार्म अप करने के लिए उपयोग में लेते हैं। इन एक्सरसाइज में ‘सात सुर’, स्वयं की आवाज़ रिकॉर्ड करना और आवाज़ में मॉड्यूलेशन लाना और साथ ही रिदम, पिच और वॉल्यूम को मैनेज करने के लिए खुद की आवाज़ को मॉड्यूलेट करना शामिल है। इसके बाद स्पीच के दौरान पॉज, प्रोजेक्शन और एक्सप्रेशन के महत्त्व पर गहन चर्चा हुई।
थियेटर परफॉर्मेंस के दौरान दर्शकों की आत्मा को छूने के लिए, आवाज सबसे महत्त्वपूर्ण तत्व है। कलाकार ने बताया कि किसी थियेटर अदाकार कि आवाज़ तब तक परफेक्ट नहीं होगी, जब तक वह उस किरदार विशेष को सही ढंग से नहीं जीता। सेशन में आगे थियेटर के साथ-साथ चर्चा और संवाद के मध्य के अंतर पर भी प्रकाश डाला गया।
सेशन में रेडियो और मंच पर वॉयस मैनेजमेंट के अंतर को भी समझाया गया। कलाकार ने समझाया कि रेडियो पर कलाकार को अपने श्रोताओं के समक्ष कहानी के अनुसार दृश्य प्रस्तुत करना होता है। इसके लिए, आवाज सॉफ्ट होनी चाहिए क्योंकि रेडियो के माइक्रोफोन बेहद संवेदनशील होते हैं। अगर कोई जोर से बोलेगा तो आवाज टूट जाएगी और सांस लेने की आवाज माइक्रोफोन पर स्पष्ट सुनाई देगी। जबकि थियेटर परफॉर्मेंस के दौरान मंच पर कलाकार को एक बार में ही सम्पूर्ण वॉइस मॉड्यूलेशन पेश करना होता है। वॉइस डिक्शन, मॉड्यूलेशन, कॉस्ट्यूम्स और अपने किरदार को पूरी तरह से जीना, आदि तत्व परफेक्ट स्टेज परफॉर्मेंस देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
शनिवार, 30 मई का कार्यक्रम
शनिवार, 30 मई को परफॉर्मिंग आर्ट्स ऑनलाइन लर्निंग सेशन के तहत ‘थियेटर’ सेशन का संचालन शाम 5 बजे से 6 बजे तक थियेटर कलाकर डॉ. सईद आलम करेंगे। थियेटर में ‘कैरेक्टराईजेशन’ पर केंद्रित इस सेशन में किसी नाटक के विभिन्न कैरेक्टरस को वेशभूषा, वॉइस मॉड्यूलेशन के माध्यम से विकसित करना सिखाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि ऑनलाइन लर्निंग सेशंस जेकेके के फेसबुक पेज https://www.facebook.com/jawaharkalakendra.jaipur/ पर लाइव दिखाए जाएंगे।