नित्यम- रश्मि उपल सेंटर फॉर परफार्मिंग आर्ट्स , जयपुर द्वारा आयोजित एक विशेष नृत्य कार्यक्रम का आयोजन 18 दिसंबर को महाराणा प्रताप सभागार में किया गया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय नृत्य कला की विविधता और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करना और प्रदर्शित करना है। कार्यक्रम में कथक नृत्य और अन्य पारंपरिक व समकालीन संगीत रूपों का शानदार मिश्रण देखने को मिला।
अश्विनी बैनेट के “छात्रों द्वारा अद्भुत तबला और गायन का प्रदर्शन हुआ।
“प्रस्तुति ‘Impressions on kathak’ एक यात्रा है, जो कथक के रूपांतरण को दर्शाती है – मंदिरों की भक्ति से लेकर दरबारों की शान तक, और घरानों के निर्माण तक।
Program ko sponsor APEX HOSPITALS JAIPUR ka sanyog mila
माँ सरस्वती की आराधना से आरंभ हुआ कार्यक्रम और रूपक ताल में कृष्ण भजन सावरा गिरधर में कृष्ण की छवि को दर्शाया गया।
ताल झपताल में अमीर खुसरो की कविता “मोहे अपने ही रंग में रंग दे रंगीले” पर कथक का मुग़ल रूप देखने को मिला। जयपुर का एनजीओ indian women impact की छात्राओं ने भी श्लोक” यतो हस्त ततो दृष्टि” पर प्रस्तुति दी। नित्यम के नन्हे कलाकारों ने तीनताल पर तोड़े टुकड़े कवित्त आदि प्रस्तुत iकिए। सूरदास , मीराबाई, कबीर की वाणी पर कथक पर भक्ति काल के प्रभाव को दर्शाया गया। रश्मि ने स्वयं वाजिद अली शाह की ग़ज़ल पर ख़ास लखनऊ घराने की बारीकियों को दिखाया। अंत में आमिर खुसरो के शब्दों पर आधारित राग शंकरा में मनमोहक तराना प्रस्तुति जिसमें वरिष्ठ छात्र सलोनी टंडन और अनुष्का शर्मा ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में संस्कृति कर्मी व माही संदेश के संरक्षक/सलाहकार सुधीर माथुर भी उपस्थित रहे।
संगत कलाकार-
तबला- मोहित चौहान
पखावज- आशीष गंगानी
गायन – राजेंद्र मेवाल
सारंगी – अमीरुदिन ख़ान