जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज की शिष्या सुश्री श्रीधरी दीदी द्वारा भक्ति दिवस का जयपुर में आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ हरि गुरु की भव्य महाआरती के साथ हुआ। श्रीधरी दीदी द्वारा भक्ति दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए ये बताया गया कि जगद्गुरु कृपालु जी महाराज द्वारा किये गए नामकरण “भक्ति–दिवस” से अधिक सार्थक नामकरण इस दिवस का और कोई नहीं हो सकता क्योंकि ये भक्ति का संकल्प लेने का ही दिन है ।
पिछले वर्ष किये गये समस्त अपराधों की क्षमा माँगना, पुन: उन अपराधों को न दोहराने की प्रतिज्ञा करना एवं पतितपावन हरि–गुरु के अनंत दिव्य गुणों का चिंतन करते हुए नए उत्साह व आशा के साथ उनके शरणागत होने का संकल्प लेना ही भक्ति–दिवस मनाने का वास्तविक तात्पर्य है।
इसके बाद संकीर्तन में उन्होंने हरि गुरु सेवा रहस्य पर प्रकाश डाला। पश्चात दीदी द्वारा समस्त विश्व समुदाय को भक्ति दिवस एवं नववर्ष की बधाई दी गयी । भोजन प्रसादी के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। ट्रस्ट सेक्रेट्री शरद गुप्ता ने बताया की भक्ति दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित इस विशेष सत्संग कार्यक्रम में जयपुर,दौसा, लालसोट, बयावर के सैंकड़ो साधक एवं ट्रस्ट के मुख्य पदाधिकारीगण भी उपस्थित रहे।