माही संदेश के प्रधान संपादक रोहित कृष्ण नंदन की क़लम से…
मिलावट चाहे रिश्तों में हो या भोजन में जीवन के लिए कष्टकारी है।वर्तमान दौर में खाने की हर वस्तु में मिलावट की खबरें हम आये दिन पढ़ रहे हैं। सेहत के साथ हो रहे इस खिलवाड़ से अब जागरूक होने का समय है।स्वयं के साथ-साथ अपने परिवार को ज़हर युक्त भोजन से बचाने का समय है, सच कहूँ तो अब जागने का समय है…
निःस्वार्थ प्रेम,भाई चारा,एक दूसरे की सहायता ये रिश्तों के लिए संजीवनी है ठीक ऐसे ही जो भोजन हम ख़ा रहे हैं उसकी गुणवत्ता अगर बढ़िया है और वो ऑर्गेनिक है तो न केवल हमारा स्वास्थ्य बेहतर रहेगा बल्कि हम निरोगी रहकर जीवन को और बेहतर बना पायेंगे। समृद्ध किसान और स्वस्थ भारत के सपने के साथ गुलाबी शहर जयपुर में अजमेर रोड़ डी.सी.एम के पास ‘दिव्य सात्विक फूड़’ का शुभारंभ हाल ही पद्मश्री सुंडा राम वर्मा के कर-कमलों द्वारा हो चुका है। यहाँ आप अपने परिवार के साथ जैविक खेती के द्वारा उत्पन्न किए गए अनाज,फल,सब्ज़ी,मसालों द्वारा तैयार किये गये शुद्ध भोजन का आनंद ले सकते हैं। दिव्य सात्विक फूड के शुभारंभ का विचार आज का नहीं है इस लक्ष्य पर कार्य वर्ष 2012 से ही आरंभ हो गया था, इस विचार के जनक बिरदी चंद कुमावत ने जब अपने मित्र मुकेश कुमावत से कहा कि हमें ऑर्गेनिक खेती और इसके उत्पादों को बढ़ावा देने हेतु कोई कार्य योजना बनानी चाहिए,इसी विचार से प्रेरित होकर मुकेश कुमावत ने सेवानिवृत्त SPG कमांडो श्रवणकुमार देवासी व अन्य मित्रों के साथ दिव्य सात्विक फूड को मिशन रूप में आरंभ किया।
वर्षों की तपस्या का परिणाम यही है कि आज सभी दिव्य सात्विक फूड के शुद्ध भोजन परोसने के प्रयास की सराहना कर रहे हैं। मुकेश कुमावत ने बताया कि ‘दिव्य सात्विक फूड’ का पहला कदम यही है कि ऑर्गेनिक खेती कर रहे किसानों को उनकी मेहनत का फल मिले,लोग अधिक से अधिक कैमिकल रहित ऑर्गेनिक खेती से उत्पन्न किए गए उत्पादों का प्रयोग करें और दूसरा क़दम ये कि दिव्य सात्विक फूड द्वारा तैयार किए गए शुद्ध भोजन का आनंद आप यहाँ परिवार सहित आकर उठा सकते हैं।