गोपी प्रेम ही सर्वोच्च प्रेम : श्रीधरी दीदी

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वृंदावन विहार पत्रकार कॉलोनी रोड़ स्थित ‘प्रेम सत्संग भवन’ में 18 मई से 26 मई तक आयोजित नौ दिवसीय विलक्षण दार्शनिक प्रवचन श्रंखला के अंतिम दिवस जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज की शिष्या सुश्री श्रीधरी दीदी ने भक्ति तत्व की गूढ़तम व्याख्या के साथ निष्काम प्रेम के सिद्धान्त का प्रतिपादन करते हुए बताया कि गोपी प्रेम अर्थात निष्काम प्रेम ही सर्वोच्च प्रेम है। इस प्रेम में प्रेमी के हृदय में अपने सुख की लेशमात्र भी कामना नहीं होती वो निरंतर केवल अपने प्रेमास्पद के सुख के लिए ही कामना करता है और उनको सुखी करने के लिए ही प्रयत्नशील रहता है।

ऐसा निष्काम प्रेम जीवों को आध्यात्मिक जगत की सर्वोच्च कक्षा तक ले जाता है। ऐसे प्रेमी ही महारास के अधिकारी बनते हैं। ऐसे प्रेम की उदाहरण केवल बृजगोपियाँ हैं जिनकी चरण धूलि की कामना ब्रह्मा, विष्णु और शंकर भी किया करते हैं। उनके ऐसे प्रेम के कारण ही श्री कृष्ण स्वयं उस प्रेम के ऋणी हो गए। इसी प्रेम को लक्ष्य बनाकर हमें आगे बढ़ना चाहिये, निष्काम प्रेमी का साधनावस्था में भी कभी पतन नहीं होता।

सुश्री श्रीधरी जी ने भक्ति तत्व की सरलतम व्याख्या के साथ श्रोताओं को भक्ति रस में सराबोर करते हुये अपने प्रवचन में बताया कि भगवान से प्रेम करने के लिए रसिकों ने पाँच भाव बताए हैं। शांत, दास्य, सख्य, वात्सल्य एवं माधुर्य भाव। ये पाँच भाव भगवान तक पहुँचने की पगडंडियाँ हैं जिनके माध्यम से जीव शीघ्र ही अपने लक्ष्य तक पहुँच सकता है। लेकिन इन पाँच भावों में से माधुर्य भाव ही सबसे सरस और सर्वश्रेष्ठ है क्योंकि इस संबंध में भक्त और भगवान के बीच कोई दूरी नहीं रहती, पूर्ण आत्मीयता हो जाती है एवं हर भाव में जाने की स्वतन्त्रता होती है।
वे ही हमारे सर्वस्व हैं यही माधुर्य भाव का वास्तविक स्वरूप है। उच्च कोटि के रसिकों ने इसी भाव को अपनाने की राय दी है क्योंकि ये भाव जीव को प्रेम की अंतिम कक्षा तक ले जा सकता है।
अंत में दीदी द्वारा करवाये भावपूर्ण संकीर्तन ‘आजा आजा राधे, आ के ना जा मेरी राधे’ की पंक्तियों पर समस्त भक्तगण आनंद मगन हो गए। पश्चात दीदी ने श्री हरिगुरु की आरती करवा कर अपने नौ दिवसीय प्रवचन को विश्राम दिया।संयोजक शरद गुप्ता ने बताया कि ‘प्रेम मंदिर वृंदावन धाम’ से छोटी काशी जयपुर पधारी सुश्री श्रीधरी दीदी जी का अगला प्रवचन जयपुर ही में दिनाँक 22 जून से 30 जून तक विवेक विहार मेट्रो स्टेशन के पास राम नगर स्थित होटल रॉयल अक्षयम में आयोजित होगा।


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