जयपुर, 18 मई: जयपुर के सिटी पैलेस में आज जयपुर के महाराजा सवाई पद्मनाभ सिंह ने सांस्कृतिक विरासत प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस शिविर का उद्देश्य युवा पीढ़ी को जयपुर की समृद्ध कला व शिल्प से परिचित कराना है। यह शिविर युवाओं के लिए पारंपरिक कलात्मक प्रथाओं का ज्ञान व कौशल प्राप्त करने का अवसर साबित होगा। शिविर में युवाओं की उत्साहपूर्ण भागीदारी से अभिभूत महाराजा सवाई पद्मनाभ सिंह ने इस शिविर में अपनी विशेषज्ञता का योगदान दे रहे सभी वरिष्ठ व प्रसिद्ध कलाकारों का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने पीढ़ियों से शहर की कला व संस्कृति को बढ़ावा देने की जयपुर राज परिवार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। इस मंच का लक्ष्य युवा पीढ़ी में इन सांस्कृतिक एवं पारंपरिक कलाओं के मूल्यों को बढ़ावा देना है। इसी उद्देश्य से उन्होंने विशेष रूप से युवाओं के लिए एक आर्ट व क्राफ्ट स्कूल की घोषणा भी की, जिसकी जल्दी ही आधिकारिक रूप से शुरुआत की जाएगी।
एक माह चलने वाले इस सांस्कृतिक विरासत प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षुओं को ध्रुपद, कथक, चित्रकला, बांसुरी, फ्रेस्को तथा जयपुर ब्लू पॉटरी जैसी पारंपरिक कलाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
शिविर में प्रसिद्ध कलाकार एवं सिटी पैलेस के ओएसडी श्री रामू रामदेव, श्री हेमंत रामदेव, श्री बाबूलाल मारोठिया एवं श्री बद्रीनाथ मारोठिया ‘पारंपरिक पेंटिंग’ का प्रशिक्षण देंगे। इसी प्रकार डॉ. मधु भट्ट तैलंग के मार्गदर्शन में ‘ध्रुपद’ का प्रशिक्षण दिया जाएगा; डॉ. ज्योति भारती गोस्वामी द्वारा ‘कथक व लोक नृत्य’; श्री आर. डी. गौड़ द्वारा ‘बांसुरी’ और श्री अशोक द्वारा ‘कैलीग्राफी’ का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त डॉ. नाथूलाल वर्मा द्वारा ‘फ्रेस्को (अराइश)’ और गोपाल सैनी, सुश्री गरिमा सैनी द्वारा ‘जयपुर ब्लू पॉटरी’ की बारीकियां सिखाई जाएगी।
वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पारंपरिक दीप प्रज्वलित कर शिविर का शुभारंभ किया गया। सवाई पद्मनाभ ने सभी प्रशिक्षकों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने बच्चों को पर्यावरण से जोड़ने के लिए पौधे और परिंडे भी वितरित किए। उद्घाटन के अवसर पर एमएसएमएस द्वितीय संग्रहालय की एग्जीक्यूटिव ट्रस्टी, रमा दत्त ने विचार व्यक्त किए।
शुरुआत में शिविर के समन्वयक श्री रामू रामदेव ने प्रशिक्षुओं को फ्रेस्को, टेम्परा और मिनिएचर पेंटिंग की जानकारी दी। विश्व संग्रहालय दिवस पर प्रशिक्षुओं ने सिटी पैलेस में बनी फ्रेस्को पेंटिंग्स व भित्ति चित्रों के बारे में जाना और आर्ट गैलरी का दौरा भी किया।