हमारे बुजुर्ग हमारी धरोहर हैं

Spread the love

गीता यादव, स्वतंत्र पत्रकार

कोई दरख़्त कोई साएबां रहे ना रहे
बुजुर्ग जिंदा रहें आसमां रहे ना रहे
रईस अंसारी

गीता यादव, स्वतंत्र पत्रकार
शरीर बूढ़ा होने के साथ ही उसमें कई परिवर्तन आते हैं। पहले जो चीजें आसानी से याद रहती थी, वो अब याद नहीं रहती। चाल-ढाल में बदलाव आ जाता है। सुनने और देखने की क्षमता कमजोर हो जाती है। ऐसे में बुजुर्गो के प्रति घरवालों की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। कई बार बुजुर्गों को घर के काम से बाहर भी निकलना पड़ता है, ऐसे में किसी का साथ उनके लिए बहुत जरूरी है, लेकिन किसी कारणवश अगर घर का कोई सदस्य उनके साथ नहीं जा पाता तो घरवालों को उनकी सुरक्षा के लिए सावधानी बरतनी चाहिए। जैसे, उन्हें बाहर भेजते समय उनके साथ कोई पहचान पत्र जरूर रखें। जिसमें उनका नाम, घर के किसी सदस्य का मोबाईल या फोन नंबर, पूरा पता और उनके स्वास्थ्य से संबंधी विवरण। ताकि बाहर यदि उनके साथ कोई दुर्घटना घट जाती है, तो राहगीर उनसे तुरंत संपर्क कर सकें। स्वास्थ्य विवरण के आधार पर अस्पताल में उनका सही इलाज हो सके और उनकी जान बचाई जा सके। परिचय पत्र के जरिए  कई तरह की तकलीफों से बचाव हो सकता है। ये सावधानी दोनों समय रखनी जरूरी है। अगर उन्हें घर के आस-पास भी जाना हो तो भी उनके साथ परिचय पत्र जरूर हो, इस बात का घरवालों को खास ध्यान रखना चाहिए। बुजुर्गों को भी इसकी अहमियत पता होनी चाहिए, ताकि वे भी अपनी सुरक्षा के प्रति सचेत हो सकें।

समाज का कर्तव्य- बुजुर्ग हमारे समाज की अनमोल धरोहर हैं। उनकी सुरक्षा के लिए उनके घरवाले ही नहीं एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हम भी उतने ही जिम्मेदार हैं। यदि घर से बाहर कोई बुजुर्ग हमें संकट में दिखे तो हमें तुरंत उनकी मदद करनी चाहिए। अगर हमारे पास समय नहीं है या हम जल्दी में हैं तो भी एंबुलेंस या हेल्पलाइन को एक कॉल तो किया ही जा सकता है। इतना तो हम कर ही सकते हैं, इंसानियत के नाते। समाज सेवा के लिए झोला लटकाकर घूमने की जरूरत नहीं होती और ना ही हर जगह रुपए पैसे से ही काम चलता है। हमारी थोड़ी सी सजगता ही समय पर किसी की जान बचाने के लिए काफी है। याद रखिए ऐसी घटनाएं जीवन में कभी भी किसी के साथ भी घटित हो सकती हंै और हर समय परिवार या परिवार का कोई सदस्य साथ हो यह जरूरी तो नहीं। इसलिए समाज के जिम्मेदार नागरिकों का यह कर्तव्य बनता है कि वे इस काम के लिए आगे आएं और बुजुर्गों के लिए एक ऐसी दुनिया बनाएं, जहां उन्हें प्यार, सम्मान और सुरक्षा सब कुछ मिले। क्योंकि आप जो बोवोगे वही तो काटोगे।   


Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *